Anu koundal

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एक सोच: विचार

राज्य के सन्दर्भ में:
विचलन के नाम पर चन्द सिरफिरे स्टे।
विकास का नारा कुछ गढ़े हुए हैं।
राजकीय की चौखट पर,
मासूम बली देवी हैं।
नारे,
बन बेखौफ प्यार।

चौराहों पर भाषण,
वेन्टों के फेरे हैं।
विकास का नारा,
ए. ला.

नारी के सन्दर्भ में:
गेम खेलने के लिए ,
कि आज स्त्री,
असामां अभेद्य है।
पुलिस अधिकारी,
 स्कूल भी चला जाता है।
विकास की हर सीड़ में,
नारी नज़र आ रही है।
फिर भी,
मौसम, अंधियारे में ,
कोई नहीं अपनी,
आबरू गुप्त है।

काश,
मैं फरिश्ता,
चारो सोच सबकी,
हर तरफ़ नेक दिली का आगाज़।
फिर से विकास का,
मैं भी दम भरता,,,,,,,।

                                                         "अनु क

       

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7 Comments

Seema Priyadarshini sahay

10-Mar-2022 04:28 PM

बहुत खूबसूरत

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Lotus🙂

10-Mar-2022 10:57 AM

Nice

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Madhu Koundal

09-Mar-2022 02:37 PM

बहुत बढ़िया

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